मेरे दिल में बस्ते हैं बस ऐहसास तेरे,
धडकनों में धड़कते हैं ज़ज़्बात तेरे,
आवाज तेरी ही रूह में गूंजती है,
अब कुच्छ ऐसे हैं ख्यालात मेरे,
जब रूह में बसा लिया है तुझको,
अब बता क्या हैं सवालात तेरे।
सिर्फ आवाज देने से ही कारवां नही रुका करते..
देखा ये भी जाता है कि पुकारा किसने है जनाब..!!
कहीं और सिर टिका लूँ ...
तो आराम नहीं आता....
बेअक्ल दिल अच्छी तरह पहचानता है.. कन्धा तुम्हारा,,,,!!!!
Zindagi Har Pal Kuchh Khaas Nahi Hoti,
Phoolo Ki Khushboo Hamesha Paas Nahi Hoti,
Milna Humari Takdeer Mein Tha Varna,
Itni Pyari Dosti ittefaaq Nahi Hoti.
ये मुझे चैन क्यों नहीं पड़ता,
एक ही शक्श था क्या जहां में...
नाम होंटों पे तेरा आए तो राहत सी मिले...
तू तसल्ली है, दिलासा है, दुआ है..क्या है !!!
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