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TOP BEST 40+ LIFE SHAYARI IN HINDI

 उसको फुर्सत नहीं मिलती के पलट कर देखे,

हम ही दीवाने हैं दीवाने बने रहते हैं...





सुनो,

तुम क्यों नही पढ़ते शायरी मेरी..

क्या तुम्हें मोहब्बत होने का खतरा है..??






फिर से हो रही थी मोहब्बत उन्हें मुझसे....

ना खुलती आँख तो,बस वो मेरे हो ही चुके थे।








कोई  चुप  रहता  है  कितना  बोल  कर  भी !

कोई  चुप  रह  कर  भी  कितना  बोलता  है !!







मेरा हाथ छोड़ कर....

वो किसी और के पैरों में जा गिरी...







दिल की चौखट पर जो एक दीप जला रखा है,

तेरे लौट आने का इमकान सजा रखा है,


मुझको कल शाम से वोह बहुत याद आने लगा, दिल ने मुद्दत से जो एक शख्स भुला रखा है,


सांस भी नही लेते हैं तुझे सोचते वक़्त,हमने इस काम को भी कल पर उठा रखा है,


रूठ जाती हो तो कुछ और हसीन लगती हो,हमने ये सोच कर ही तुमको खफा रखा 







लोग शाम होते ही पास आ बैठते है मेरे,


उनको इश्क़ भुलाने का हुनर सिखाता हु मैं..!!







होठों से छु लो तुम तो कोई बात बने

दिल के ख्‍वाबों की एक हसीन रात बने..

दो कदम हम चले दो कदम तुम चलो

एक खुबसुरत मुलाक़ात बने..

आकर लग जाओ गले तुम

बहके बहके से जज्बात बने..

प्‍यासे होठों की प्‍यास बुझे

ओर नई कोई सौगात मिले..







खुद से ज्यादा किसी और का हो जाना,

ना,अब हमें ये किस्सा फिर नहीं दोहराना।







किन ख्यालों में गुम हो

मेरी नजर से देखो,

हर तरफ तुम ही तुम हो


फिज़ाओं में महक़ी है,

तुम्हारी खुशबू,

हर साँस में ज़िन्दगी तुम हो


ये वादियाँ कह रही हैं हँसकर,

तुम्हीं से है मोहब्बत,

मोहब्बत से तुम हो।








बस नाम लिखने की इजाज़त नहीं मिली,

बाकी हम सब कुछ तुम पर ही लिखते हैं।








मैं लड़का छोटे गांव का,तुम बड़े शहर की क्वीन प्रिये....!!

तुम सुनती गाने शकीरा के,मै शिव तांडव में लीन प्रिये......!!










खिंचती है मुझे कोई क़शिश उसकी तरफ़,

वरना मैं बहुत बार मिला हूँ आख़री बार उससे...।।









अपनी पलकों पर तुम्हे बिठा के देखा है,

दिलो-जान तुम पर लुटा के देखा है,


तुम कहती हो दो पल‌ वफ़ा के तो दूँ,

मैंने तो सारी ज़िन्दगी लुटा के देखा है ।








ख़ाक डालो इन गोरी लड़कियों पे,

चलो किसी सांवली पे मरते हैं।






अब किसी को अपनी आदत क्यूँ करें,

पा नहीं सकते तो ये मुहब्बत क्यूँ करें,


जो नहीं मिलना चाहता हम से यारों, 

हम भी उससे मिलने की चाहत क्यूँ करें।








वो तरह तरह की बातें करने लगता है,

जिसका मुहब्बत से दिल भरने लगता है,


कोई थाम लेता है हाथ और किसी का,

और कोई बिछड़ कर मरने लगता है।








सुनो

तुम जो ये सुबह सुबह 

उठते ही मुझे याद करते हो ना 

ये भी इश्क़ है ..❤️







बना के छोड़ दिया है तुमने अपनी यादों का आदी,

क्या तुम हसीन लोग इस तरह से ही मोहब्बत का सिला देते हो??








आज मौसम का गुरूर तो देखो मुर्शिद..

जैसे मेरे महबूब का दीदार कर आया हो..!!






मेरे अल्फ़ाज़ ही तों हैं जो मेरा किरदार बताते है..

किसी के दिल को छू लेंते हैं और किसी के दिल को लग जाते है...






माना कि जानलेवा है तेरे इंतज़ार के लम्हें...

मगर हम भी कमाल का सब्र रखते हैं...







कुछ लोग ख़ूबसूरत 

लडक़ी की तलाश करते हैं

इश्क करने के लिये,

और कुछ लोग इश्क करके

लड़की को ख़ूबसूरत बना देते हैं ।












तेरी चाहत में हम ज़माना भूल गये
किसी और को हम अपनाना भूल गये
तुम से मोहब्बत है जानता है जहाँ सारा,
बस एक तुझे ही बताना भूल गये..













कोई चेहरे का दीवाना., 
किसी को हुस्न की तलब..!! 

अदाएं पीछा करवाती है ..
मोहब्बत कौन करता है..!!










आगोश में वो आए तो साँसें थम गईं...!!

एक चाँद बहक गया एक रात मचल गई...!







बड़ी अजीब और बड़ी बगबगी लगती है, 

जबसे चूमे हैं उसके लब शकर फीकी लगती है।






हमने बदल लिया है अपना अंदाज़ ए मोहब्बत,

याद तो हर पल करते हैं पर...तंग नहीं।।





हर एक रात में महताब देखने के लिए.. 
हम तो सोते हैं तेरे ख़्वाब देखने के लिए..

        Good Night❤️







ख़्याल में भी नही आता हमें ख़्याल किसी और का,

सिर्फ तेरे ही ख़्याल में इतने बेख़्याल रहते है हम...!!!

        Good Morning❣️







जाने क्यों आती है याद तुम्हारी,
चुरा ले जाती है आँखों से नींद हमारी..

अब यही ख्याल रहता है सुबह शाम,
कब होगी तुमसे मुलाकात हमारी !!!😍






जिन को आसानी से दीदार मयस्सर है तेरा,
वो कहाँ बाग़ में फूलों की तरफ़ देखते हैं।








मेरी आँखों में मोहब्बत के जो मंज़र हैं,
तुम्हारी ही चाहतों के समंदर हैं,
मैं हर रोज चाहता हूँ कि तुझसे ये कह दूँ..
मगर लबों तक नहीं आता जो मेरे दिल के अंदर है।
        
                 ❣️❤️❣️







मेरा तकिया उसकी बाहें होती हैं....
 
वो करवट बदले तो मैं लड़ पड़ती हूं !!!
 
                      Mahi ❣️








तन की जगह मन,
होंठो से ज्यादा
बिंदिया भाने लगे,
तो समझ जाना तुम प्रेम में हो..






मुझे लिखने की लत यूं ही नहीं लगी,
तेरे इश्क़ को बयां करना जरूरी हो गया है..
        

        ❣️Good Morning❣️








जिसे मैं हर सुबह देखना पसंद करती हूं !!!
             Gud Monig 😍 
                           Mahi ❣️❣️








बात कब इश्क़ की होंठो से बया होती है,

इश्क़ जब होता है तो आंखों में ज़ुबान होती है,

चाहकर भी छुपा न सकोगे मोहब्बत को,

मोहब्बत तो अंदाज़ ए गुफ्तगू में अयाँ होती है।।।।









जब आपके Take Care का जवाब वो Ok में देने लगे,

तो समझ जाओ कि उसने अपनी Care का ठेका किसी और को दे दिया है ।










लिख चुके हैं तेरे लिए एहसास बहुत सारे,

फिर भी जितना तुझे चाहा वह कभी लिख नहीं पाये ...!!!!

         Good Morning❤️








धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखो 
ज़िन्दगी क्या है किताबों को हटा कर देखो....

पत्थरों में भी ज़ुबाँ होती है दिल होते हैं 
अपने घर की दर-ओ-दीवार सजा कर देखो.....

फ़ासला नज़रों का धोखा भी तो हो सकता है 
वो मिले या न मिले हाथ बढा़ कर देखो....









सोचता हूँ आज कुछ लफ्ज़ कर दूँ तेरे नाम,
मैं भी आज लिख दूँ क्यों न तुझे एक पैगाम,
क्या कहूँ क्या लिखूँ बड़ी उलझन में हूँ मैं यहाँ,
लफ्ज़ मिलते ही नहीं जो कर दें मेरे ईश्क को बयाँ...







लोग हम पे मरते हैं ....

और हम तुम पे मरते हैं !!!! 







तेरी इन आँखों की पूरी दुनिया दीवानी है,
सब लोग तुमपे मरते हैं ये उनकी नादानी है,
इश्क़ तो तुमसे कोई भी कर लेगा क्योंकि,
जमाने को मालूम है कि तू हुस्न की रानी है।






यूँ नक़ाब में ना चेहरा छुपाया कर।
इश्क हैं तो इश्क भी जताया कर।
सुना है तूं रानी है मस्त बहारों की, 
देख,कभी मेरी गली भी आया कर।






सौ गजलें लिख डालू तेरे एक दीदार पर,

मुकम्मल है मेरी दुनियां तेरी एक मुस्कान पर..

       Good Morning❤️







यूँ आकर तेरे ख्याल ने 
अच्छा नहीं किया !!!
    Gud Monig 😍
         Mahi ❣️











मेरी आंखों में पढ़ लेते हैं लोग तेरे इश्क़ की आयतें ....

किसी में इस कदर बस जाना भी अच्छी बात नहीं !!! 
                       Mahi ❣️







मैं लब हूं मेरी बात तुम हो ....

मैं तब हूं जब मेरे साथ तुम हो !!








कभी दिलबर कभी दुश्मन कभी दिलदार हो जाना,
कहाँ से तुमने सीखा है बड़ा बेज़ार हो जाना,

कभी मिल कर रक़ीबों से हमारे हाल पे हँसना,
कभी मेरी मोहब्बत में गुल ओ गुलज़ार हो जाना।






ये अदाकारियां हमें इसी ज़माने ने सिखाई हैं ...

मासूमियत खो दी हमने रिश्ते निभाते निभाते !!!








वो मुझसे लिपट कर रोती भी है तो,

किसी और को पाने के लिए..!!








अब जब वो कहता है के उसे हमसे इश्क़ है ...

उसके हर एक लफ्ज़ से झूठ की बू आती है !!!!









तुम्हे तो मेरे लफ़्ज़ लफ़्ज़ से मोहब्बत थी...!!!

फिर वो बात तो बताओ, तुम जिस पर ख़फा हुए..???








मुद्दतों बाद करीब आना अच्छा लगा,

यूँ जुल्फें की ओट से तेरा झूमका दिखाना अच्छा लगा।


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