ख्वाबों में आने वाले तेरा शुक्रिया...
दिल को बहलाने वाले तेरा शुक्रिया...
कौन निभाता है इस ज़माने में रिश्ते...
हम से ये रिश्ता बेनाम निभाने वाले तेरा शुक्रिया !!!
मोहब्बत के क़रीने, फ़क़त ख़्याली नहीं होते,
महबूब के दर वाले, दर-दर के सवाली नहीं होते..!
होश वालों का कहाँ काम है मोहब्बत करना,
इश्क़ वालों के हाथ, ख़ाली भी हों तो ख़ाली नहीं होते।।
तौलिये में काजल पोंछ लेना,शीशे पे बिंदी लगा देना,
बड़ा आसान है उनका हर जगह कब्जा कर लेना।।
आदत थी मेरी सबसे हँसकर बोलना,
मेरा शौक ही मुझे बदनाम कर गया.....
यह वो दौर है साहब जब दिल
लगाना हो तो,
इंग्लिश सीखनी पड़ती है और दिल
टूट जाए तो उर्दू...
जरूरी तो नहीं हमारे बीच कोई रिश्ता हो...
वो मेरा दोस्त है और मैं उसे अच्छी लगती हूँ !!!
यही कह देते है की तुझसे बिछड़ कर ख़ुश हैं,
और कुछ इसके सिवा भी तो नहीं कह सकते,
सारी दुनिया में जो एक शक्स चुना तू था..
अब तुझे बुरा भी तो नहीं कह सकते।
गम तो लिखा सो लिखा मेरी ज़िंदगी मे,
यू रात भर नींद ना आनाकिस ज़ुर्म की सज़ा है....
सुनो.......
अगर मैं तुमसे उन तमाम चीजों के नाम पूछूं जो तुम्हें पसंद हैं,
तो तुम्हें कितना वक़्त लगेगा मेरा नाम लेने में ?
फुर्सत निकाल कर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में....
उनसे बचना के इश्क़ में काफी माहिर है वो,
हुम नही कोई और सही,कोई और नही तो कोई भी सही।
मोहब्बत हो गई मुझे काले रंग से..
जब से देखा है तेरे होठो पास तिल को..!!
तेरे 'इंतज़ार' में मेरा बिखरना इश्क़ है ....
तेरी 'मुलाकात' पर मेरा निखरना इश्क़ है !!!!
उलझे जो कभी मुझसे तो आप सुलझा लेना ...
रिश्ते का एक सिरा आपके हाथ में भी तो है !!!!
हम अपना इंतज़ार संभाल लेंगे
तुम आ जाओ तो सही,
हम ज़माने से दुश्मनी भी निभा लेंगे
तुम खुद को मेरा बताओ तो सही।
मेरी तन्हाई देखेंगे तो हैरत ही करेंग लोग
मोहब्बत छोड़ देंगे या
मोहब्बत ही करेंगे लोग....
कोई शाम मुझमे क़याम कर,
मेरे रंग-ओ-रुप को निखार दे.
जो गुज़र गई सो गुज़र गई, मेरी बाक़ी उम्र सँवार दे..!!
वफ़ा किसे कहते हो तुम ये तो मालूम नही मुझे मग़र,
यूं अगर छोड़ कर चले जाना वफ़ादारी है तो लानत तेरी वफ़ा दारी पर...
बिस्तर पर लिपटने बाले तो बहुत मिल जायेगें,
मज़ा तो तब है जब कोई भरे बाज़ार में सीने से लगा ले....
तुम ख्वाब में आकर परेशान करने लगे थे ...
उफ्फ्फ़्फ़,, सोना ही छोड़ दिया हमने !!!
ज़िन्दगी ने जितना सिखाया एक ही ठोकर में सीख गया,
गरीब का बच्चा हु ज़िद नही करता....
तुम्हे नही पता मोहब्बत क्या चीज है,
तुम हासिल करने को मोहब्बत कहते हो.!
दिल टूटने पर मुस्कुरा देना ...
ये भी सब्र है !!!
बूंद बूंद करके,,, यूं समा रही हैं मुझमें ...
जैसे एक अरसे बाद धरती को बारिश नसीब हुई हो !!!
उफ्फ्फ... ये बेमौसम सी बारिश और मिट्टी की खुशबू...
मुझे दूरियों में भी तेरे नजदीक होने का एहसास दिलाती हैं !!!
पहले सौ बार इधर उधर देखा ..
तब कहीं घबरा कर तुम्हे एक बार देखा !!!!
आज बस एक छोटी सी हाँ करदो
हमारे नाम इस तरह सारा जहां करदो,
वो मुहब्बत जो तुम्हारे दिलमें है
उनको जुबां पर लाओ और बयां करदो,
है पुरानी दास्तां हीर राँझा की
तारीख मुहब्बत की फिरसे जवां करदो,
अपने दिलमें इस तरह छुपा लो मुझको
रहूँ हमेशा इसमे इसे मेरा जहाँ करदो..🌹
बन जाओ ख़ुशी मेरी, हसना है तुम्हारे साथ,
बन जाओ खाव्हिश मेरी, उड़ना है तुम्हारे साथ,
नहीं रह सकता तुम्हारे बिना एक पल भी,
बन जाओ ज़िन्दगी मेरी, जीना है तुम्हारे साथ।
पास रहकर भी उसे खुद से जुदा रहने दिया
जो था उसका फैसला वो फैसला रहने दिया,
ज़ीस्त का हर फैसला मैंने बदल डाला मगर
दिल के अंदर उसकी सूरत को रहने दिया,
जाने कितनी बार लोगों ने इसे तोड़ा मगर
आईने ने फिर भी खुद का आईना रहने दिया,
अब तो मेरे दिल में तेरी बस याद है बाकी
जाने वाले तूने मेरे पास अपना क्या रहने दिया,
इस अमल में ये हया पोशीदा एक उम्मीद थी
उसके सारे खत ज़ला डाले मगर पता रहने दिया.....
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