आपको यहां दिल को छू लेने वाली SAD SHAYARI IN HINDI पढ़ना अच्छा लगेगा । हमने सभी शेरो शायरी को हिंदी और अंग्रेजी दोनों लिपि में पोस्ट किया है, खासकर शायरी प्रेमियों के लिए। आप इन हिंदी शायरियों को व्हाट्सएप स्टेटस के रूप में सेट कर सकते हैं या फेसबुक, इंस्टाग्राम पर शेयर कर सकते हैं इस पोस्ट में हम आपको 35+ SAD SHAYARI IN HINDI देने वाले हैं आदि
चेहरे हज़ार देखे हैं,मग़र दिल में कोई बसा नहीं,
सच कहूँ, एक तेरे सिवा मुझको कोई नशा नहीं।
इबादतें ही बनाती हैं पत्थरों को ख़ुदा,
ये तेरा हुस्न मेरे इश्क़ की बदौलत है ||
अगर हो सकें तो सुकून की एक शाम दे मुझे,
ये ज़िन्दगी थोड़ा सा तो आराम दे मुझे...
पहले भी कई बार गुम हुआ हूं मैं,
मगर इस बार उसने खो दिया है मुझे..!!
अच्छे लोगों को तो सभी चाहते है,
है कोई तलबगार के बुरे बहुत है हम ??
क्युं न अब कमाल कर दिया जाए...
तेरा जीना मुहाल कर दिया जाए...
तू जो पलट कर आना चाहे वापस
क्युं न अब इंकार कर दिया जाए.!
मोहब्बत में मुकर जाना ज़रूरी हो गया था,
पलट के अपने घर जाना ज़रूरी हो गया था,
नजरअंदाज करने की सजा देनी थी तुझको,
तेरे दिल में उतर जाना जरूरी हो गया था....
इश्क़ भी भला कभी मरता है पूरी तरह,
वो अब भी जिंदा है आधा मुझमें आधा तुझमें...
एक लड़की को नापसंद लड़के का प्रेम भी हवस लगता है...
और पसंदीदा लड़के का हवस भी प्रेम लगता है..!!
तराशिये खुद को कुछ इस कदर..
कि पाने वाले को नाज़ हो,
और खोने वाला अफसोस में रहे ।
चलो ये भी करके देखा जाये..........
एक अख़बार खुद का निकाला जाये.....
तू तो पानी जैसी है साहिबा,
थोड़ी थोड़ी देर बाद प्यास लगती है तेरी।
जब बात आत्मसम्मान पर आ जाये..
मोहब्बत मुह पर मार देनी चाहिए।।
तेरे बिना मैं और, ना मेरा इश्क ही पूरा है...💞
जैसे राधा बिना मुरलीवाला, श्याम अधूरा है !!
परिंदों को मंजिल मिलेगी यक़ीनन ये फैले हुए उनके पर बोलते हैं...
अक्सर वो लोग खामोश रहते हैं ज़माने में जिनके हुनर बोलते हैं..!!!
शायद मिलने पर ख़त्म हो जाए,
दूरियों ने इश्क़ जिंदा रखा है ||
हमें लिख कर कहीं महफ़ूज़ कर लीजिए....
तुम्हारी यादाश्त से ,
निकलते जा रहें हैं हम !!
महफूज़ है महोब्बत तेरी मेरी अल्फाज़ो मॆ...
यूँ ही नहीं हम रोज़ तुझे ल़फ्ज़ो मॆ उतारा करते...!
यूँ तो उनसे करने को बातें थी तमाम..!
मगर आँख प्यासी थी तो उन्हें देखते रहे हम..!!
ना कोई सवाल करना है,
ना कोई जवाब चाहिए,
तू सूकून है मेरा मुझे बस,
तु चाहिए बेहिसाब चाहिए ।
कुछ युँ लिखा है उसको मैंने,
किसी और को कभी लिखा नहीं ।
कागजों पर ज़िक्र उसी का है,
किसी और को इतना सोचा नहीं ।
बिना मुलाकात के भी रोज़ मिल रहे हैं
कोई,
जुदा कर पाऐ हमें,
फासलों की भी इतनी हैसियत नहीं।
तकदीर ने मिलाया है मुझे उससे,
मिलन हमारा महज एक इत्तेफ़ाक नहीं।
हमदर्दी अब मुझको कीलों की तरह चुभती है...
कोई खामख्वाह मेरा हाल ना पूछा करो...
वो रोया तो बहुत होगा खाली कागज़ देख कर..
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है.. उसने पूछा था ख़त में…
तेरे सब सवालो का जवाब हो जाएं,
हम अगर थोड़े और ख़राब हो जाएं,
मैं नशा तो नहीं करता लेकिन यारों,
पी जाऊँ अगर वो शराब हो जाएं,
आखों में रोक रखे हैं जो मैंने आंसूं,
ज़मीं पे पड़ जाएं तो तेज़ाब हो जाएं ।
तेरे किरदार में ऐसा क्या है मुर्शिद,
हम एक उम्र से तलबगार सिर्फ तेरे है...!!
तुम्हे ना पाने में ही झलकती है एहमियत तुम्हारी,
तुम मिल जाती, तो शायद इतनी खास ना होती।।।
रूबरू होने की तो छोड़िए गुफ्तगू से भी कतराने लगे हैं,
गुरुर ओढ़े हुए कुछ रिश्ते अपनी हैसियत बताने लगे हैं !!
दिल से साबित करो की ज़िंदा हो,
सांस लेना कोई सबूत नहीं.....
उलझी मोहब्बत को पाने की ज़िद,
न करो,
जो ना हो सके अपना उसे अपनाने
की ज़िद न करो,
इस समंदर में तूफ़ान बडे़ खतरनाक
आते है,
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद
न करो।
तुम बदले तो हम भी कहा पुराने से रहे,
तुम गए तो हम भी बुलाने से रहे ।
नजर से उतरने की देर होती है,
फिर उस शक्श की हर बात में खराबी नजर आती है।।।
आगोश में आकर तेरे,
बस दूर कहीं ना जाऊँ,
ज़िंदगी भर को बस,
बाहों में तेरी कैद मैं हो जाऊँ..
ढूंढ सके ना कोई मुझे,
ना किसी को मै मिल पाऊँ,
बस कुछ ऐसा हो कि,
धड़कन मे तेरी मै छुप जाऊँ..
एहसास तुझे हो हर पल,
और मुझको भी,
बस इतनी सी मोहब्बत,
तुझसे मैं कर जाऊँ।
❤️❤️❤️
अपनो से सम्पर्क नियमित रूप से
बनाए रखना चाहिए क्योंकि..
अज़नबियों के शोर से ज्यादा
अपनों की चुप्पी परेशान करती है!!
किसी की बेवफाई पर दिल भारी नहीं करते,
मोहब्बत जिनको आती है वो अदाकारी नहीं करते,
नजर मिलते ही दिल से दिल की बातें होने लगती हैं,
मोहब्बत करने वाले कोई तैयारी नहीं करते।।।
उसको भुला कर मुझको ये मालूम हुआ है,
आदत कैसी भी हो छोड़ी जा सकती है।।।
बहुत हसीन रही थी नजदीकियाँ हमारी,
यकीनन फासले तो जानलेवा होने ही थे।
वो एक सबक था ज़िन्दगी का,
और मुझे लगा मोहब्बत है।।
जब मुहब्बत बेपनाह हो किसी से,
तो हर तीसरा शख्स बुरा लगता है..
हम ही से रज़िशें, हम ही पर बंदिशें,
तुम्हारे तलबग़ार क्या हुए,
मानो, हम तो गुनाहगार हो गए...
मेरी तलब पे तो आसमाँ भी हैरान है,
कि मैंने चाँद नही उसका दाग माँगा है......!!!!!!!
मैं चाँद तोड़ के लाने से तो रहा,
वो ज़िद करेगी तो इक आईना दूँगा ।
एक चांद है आसमान में
दूसरा बाहों में मेरी..
एक घटा भादो के बादल
दूसरा जुल्फों में तेरी..
भूलभुलैया इक लखनऊ में
दूसरा आंखों में तेरी..
एक नशा गालिब की ग़ज़लें
दूसरा बातों में तेरी..
किन किन चीज़ों को
सहेज कर रखूँ आपके बाद माँ,
क्या ख़बर आपने किस चीज़ को
आख़िरी दफ़ा छुआ होगा.....
मेरे अपने करने लगे हैं बगावत आजकल,
गैरों को होने लगी है मोहब्बत मुझसे....!!!!!
तुम्हारा मुझे ना मिलना,
तुम्हारे छोड़ कर जाने से लाख बेहतर है.!
लोग देते है मिसाल हमे,
हीर-रांझा, लैला-मजनू के इश्क की
और हम शिवशक्ति को सोचकर मुस्कुरा रहे है..
चाँद लिखूं,तारा लिखूं,
या आसमान सारा का सारा लिखूं?
जो किस्मत की किताब हाथ लगे,
तुमको मेरा मुझको तुम्हारा लिखूं।।।
जहां दिल 💝 लग जाए जनाब..!
वहां दिमाग नहीं लगाया करते।😇
मरहम है तू, ताउम्र घाव रहने दे ...
दवा है तू, मुझे ताउम्र बीमार रहने दे !!!
हक जता भी दें इश्क बता भी दें..
इंकार का डर ना हो तो मोहब्बत जता भी दें..!!
तुम्हें ये बस बताना चाहता हूं..
मैं तुम से क्या छुपाना चाहता हूं...!
कभी मुझ से भी कोई बात कह दो..
मैं हाँ मे हाँ मिलाना चाहता हूं...!!
अदाकारी बड़ा दुःख दे रही है..
मैं सचमुच मुस्कुराना चाहता हूं...!
वो मेरी बात को जब तक ना माने..
मैं सब से रूठ जाना चाहता हूं...!!
हज़ारों महफिलें हैं,लाखो ही मेले हैं..
पर जहां तुम नहीं वहां हम बिल्कुल अकेले हैं....
अंधेरी रातों में इबादत का इक नज़ारा हूँ मैं,
तन्हा रातों में आसमान में चमकते हुए
उस चांद का इक सितारा हूँ मैं,
जो तू समझे तो सबसे अज़ीज़
और सबसे न्यारा हूँ मैं,
और जो ना समझे तो महज़ तेरी रातों को
रोशन करता उजियारा हूँ मैं...!!
जाते जाते उसने ये तो कहा अपना ख्याल रखना,
पर उसकी आंखे कह रही थी अब मेरा ख्याल कोन रखेगा........
फिर तेरी यादें, तेरी बातें और तेरी तलब,
सुकून मेरा तुम्हें क्यूँ रास नहीं आता !!
वो मेरा नही फिर भी मेरा है,
ये कैसी उम्मीद ने मुझे घेरा है..!!
सुनो साहिबा ,
सौ दिल भी अगर सनम हमारे होते,
खुदा की कसम सब के सब तुम्हारे होते।😘
तुझे पाना तो बहुत मुश्किल न था बस मैंने ही ज़िद कर ली कि पाना नहीं साथ चलना है..
हज़ारों मोहब्बतें निछावर होंगी तुझ पर,
मगर हम जैसी शिद्दत ना मिलेगी तुझे..
जब ठिकाना ही तुम हो,
तो ख़ुशियाँ दुनियाँ में और कहाँ ढूँढें।
बरसों गुजर गए सो कर नहीं देखा,
आंखों में नींद थी पर सो कर नहीं देखा,
वो क्या जाने दर्द मोहब्बत का...
जिसने किसी का हो कर नहीं देखा।।।
ख़ाक उड़ती है रात भर मुझमें...
कौन फिरता है दर-ब-दर मुझमें,
मुझ को मुझमें जगह नहीं मिलती...
कोई मौजूद है इस क़दर मुझमें ।
ज़रा सी फैलीं स्याही ज़रा से बिखरे ग़म भी है,
शायरी केवल अल्फ़ाज़ नहीं इसमें छिपे कुछ हम भी है...!!
मजबूरी तुम्हारी छोड़ के जाना,
मर्जी हमारी तुम को ही चाहना।
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